UP Politics News: उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने पिछले दिनों हुई पहलगाम घटना के बाद राज्य में 3 दिनों से मदरसों पर हो रही कार्रवाई को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने साफ किया कि यह कोई नई कार्रवाई नहीं है, बल्कि यह एक अनवरत प्रक्रिया है जो समय-समय पर होती रहती है.
मंत्री राजभर ने कहा कि, मदरसे शिक्षा देने के लिए खोले गए थे, लेकिन अगर कोई मदरसे की आड़ में नोट छापेगा या विदेशी लोगों को शरण दिया तो यह गलत है. ऐसे मदरसों पर कार्रवाई होना तय है. यूपी में एटीएस द्वारा मदरसों की जांच को लेकर भी उन्होंने कहा कि कुछ लोग विदेशी फंडिंग लेते हैं और आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त रहते हैं. उन्होनें कहा कि एटीएस की रिपोर्ट के आधार पर ही यह कार्रवाई की जा रही है.
श्रावस्ती के मौलानाओं पर क्या बोले मंत्री ओपी राजभर?
श्रावस्ती में दीनी तालीम देने के नाम पर कार्रवाई रोकने की मांग कर रहे मौलानाओं पर मंत्री ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा, दीनी तालीम दीजिए, लेकिन मदरसों में गैरकानूनी गतिविधियां न करें. अगर मान्यता नहीं है और नोट छापेंगे या अवैध रूप से लोगों को शरण देंगे, तो कार्रवाई जरूर होगी.ॉ
यूपी में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को लेकर मंत्री ने कहा कि जिन लोगों ने अब तक भारत की नागरिकता नहीं ली है, उन्हें यहां रहने का कोई अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा कि कुछ लोग इन्हीं के माध्यम से आतंकवादी गतिविधियों में शामिल हो जाते हैं और ऐसी घटनाएं घटती हैं. राजभर ने अंत में कहा कि सरकार सतर्क है और लगातार कार्रवाई कर रही है. यह देखा जा रहा है कि कौन लोग किस आधार पर यहां रह रहे हैं और जांच के बाद जो दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे.
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