Maharashtra News: भारत सरकार वैसे तो कई इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट पर काम कर रही है, लेकिन बुलेट ट्रेन को सरकार का एक प्रयोगीय और ड्रीम प्रॉजेक्ट बताया गया है. जिसका काम सालों से बड़े स्तर पर किया जा रहा है, मुंबई से अहमदाबाद को जोड़ने वाली इस बुलेट ट्रेन का काम तीव्र गति से जारी है, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव लगातार बुलेट ट्रेन के स्टेशन का निरीक्षण करते हुए नजर आते है.
ऐसे में बता दे कि बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में स्थित मुंबई बुलेट ट्रेन स्टेशन, मुंबई अहमदाबाद बुलेट ट्रेन कॉरिडोर पर एकमात्र भूमिगत स्टेशन है. जिसके टनल का काम पिछले साल शुरू किया गया था. प्लेटफॉर्म को ज़मीन से करीब 26 मीटर की गहराई पर बनाने की योजना है. इसमें प्लेटफॉर्म, कॉनकोर्स और सर्विस फ्लोर समेत तीन मंजिलें होंगी.
बुलेट ट्रेन स्टेशन: 32 मीटर गहराई, 415 मीटर लंबा प्लेटफॉर्म
एक मेट्रो लाइन 2बी के नजदीकी मेट्रो स्टेशन तक पहुंच की सुविधा के लिए और दूसरा एमटीएनएल भवन की ओर. स्टेशन के लिए ज़मीन से 32 मीटर गहरी खुदाई की जा रही है, जो 10 मंजिला इमारत के बराबर है. स्टेशन में 6 प्लेटफार्म होंगे, प्रत्येक 415 मीटर लंबा, और यह मेट्रो और सड़क मार्ग से जुड़ा होगा, दो प्रवेश/निकास बिंदुओं के साथ. स्टेशन की योजना इस प्रकार बनाई गई है कि यात्रियों की आवाजाही और सुविधाओं के लिए पर्याप्त स्थान उपलब्ध हो. प्राकृतिक रौशनी के लिए रोशनदान का प्रावधान किया गया है.
स्टेशन की प्रगति
1. लगभग 76% यानी 14.2 लाख घन मीटर खुदाई हो चुकी है, कुल लक्ष्य 18.72 लाख घन मीटर है.
2. साइट पर तीन 120 घनमीटर/घंटा क्षमता वाले बैचिंग प्लांट हैं, जो कंक्रीट का तापमान नियंत्रित रखते हैं.
3. साइट पर आधुनिक कंक्रीट लैब है, जहां सभी जरूरी परीक्षण किए जाते हैं और नमूने समय-समय पर प्रतिष्ठित लैब में भेजे जाते हैं.
4. बुलेट ट्रेन स्टेशन के बेस स्लैब में M-60 और कॉलम में M-80 कंक्रीट इस्तेमाल होगा। बेस स्लैब के लिए 2 लाख घन मीटर में से अब तक 27,000 घन मीटर कंक्रीट डाली जा चुकी है.
5. बेस स्लैब के लिए M-60 ग्रेड तापमान नियंत्रित कंक्रीट का इस्तेमाल हो रहा है, हर कास्टिंग में 3000–4000 घन मीटर कंक्रीट लग रही है.
6. साइट पर 100% सीकेंट पाइलिंग (3384), कैपिंग बीम (2203 आरएमटी) और फ्लड वॉल (2078 आरएमटी) का काम पूरा हो चुका है.