Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ रही तनातनी का असर अंतरराष्ट्रीय सीमा और एलओसी पर देखा जा रहा है. पाकिस्तान सीमा पर लगातार फायरिंग कर रहा है और यहां पर रिहायशी इलाकों को टारगेट कर रहा है.
जम्मू के सांबा जिले में करीब दर्जन भर ऐसे बंकर बनाए जा रहे हैं, जो न केवल सीमा से महज कुछ किलोमीटर दूर है बल्कि ऐसे इलाकों में बनाए जा रहे हैं, जहां आबादी ज्यादा है.
ठेकेदार ने क्या बताया?
सांबा जिले में बंकर बना रहे ठेकेदार हीरालाल का कहना है कि वह इस समय इस काम को युद्धस्तर पर कर रहे हैं और करीब 15 दिन में एक बंकर तैयार कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि यह बनाकर पाकिस्तान की किसी तरह की गोलीबारी को भी झेल सकते हैं और इनमें रह रहे लोगों की जान आसानी से बच सकती है.
हीरालाल ने कहा, ”छत से लेकर दीवारें करीब एक फीट मोटी है. ईंटी और सीमेंट की मदद से बनाए जा रहे हैं. इन दीवारों और छत को बनाने के लिए सबसे मोटे सरिया इस्तेमाल हुआ है ताकि इन बंकरों को इतनी क्षमता दी जा सके कि वह पाकिस्तान के किसी भी हमले को झेल ले.”
हीरालाल बताते हैं कि फिलहाल सीमा पर ऐसे 12 बंकर बनाए जा रहे हैं, यह बंकर उन इलाकों में बनाए जा रहे हैं, जहां पर फिलहाल लोगों की जान बचाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है. उनका दावा है कि हर एक बंकर में दो कमरे और टॉयलेट है. इसके अलावा यहां खाना खाने की व्यवस्था की गई है. उन्होंने बताया कि हर बंकर में करीब 50 लोग रह सकते हैं.
पहले से भी बने हैं बंकर
जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान से सटी लाइन ऑफ कंट्रोल और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हजारों ऐसे बंकर पहले ही बनाए गए हैं, जो किसी विपरीत स्थिति में आम लोगों की जान बचा सकते हैं.
22 अप्रैल को कश्मीर में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार बढ़ रहा है और जम्मू कश्मीर में बॉर्डर इलाकों में रह रहे लोग भी अब सरकार से पाकिस्तान को सबक सिखाने की मांग कर रहे हैं.