पटना में नहीं दिख रही सुरक्षा व्यवस्था, पुलिसकर्मी नदारद मेटल डिटेक्टर बना सौंदर्य की वस्तु, ADG ने

Patna News: बीते 22 अप्रैल को जम्मू काश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद बदलती परिस्थितियों को देखते हुए बिहार पुलिस मुख्यालय ने पूरे बिहार में अलर्ट जारी किया है. एडीजी लॉ एंड ऑर्डर कुंदन कृष्णन ने बीते 5 में को ही पत्र जारी करके राज्य के सभी एसएसपी, एसपी को तथा रेल एसपी को भीड़ भाड़ वाले प्रमुख जगहों सुरक्षा बढ़ाने का निर्देश दिया है. खास कर गया स्थित महाबोधि मंदिर, पटना के हनुमान मंदिर, पटना जंक्शन, बरौनी पाइप लाइन, पटना एयरपोर्ट, गया एयरपोर्ट, दरभंगा एयरपोर्ट, बरौनी रिफाइनरी, एनटीपीसी बाढ़, गुरु गोविन्द साहब गुरुद्वारा, इण्डियन ऑयल टर्मिनल सिपारा की सुरक्षा बढ़ाने को कहा गया था.

24 घंटे बाद भी आदेोश पर कोई अमल नहीं

आदेश निकलने के 24 घंटे बाद इस पर कितना अमल किया गया है और राजधानी पटना के प्रमुख जगहों पर क्या स्थिति है, इसका जायजा लेने के लिए ग्राउंड रिपोर्ट से जब एबीपी न्यूज़ की टीम आज दोपहर में पटना जंक्शन पहुंची तो कुछ अलग नजारा दिखा. पटना जंक्शन का मुख्य गेट नंबर 3 है, जहां पर मुख्य पोर्टिको है, वहां पर मेटल डिटेक्टर के साथ-साथ सामानों की चेकिंग के लिए स्कैनर मशीन भी लगी हुई है, जो कई सालों से लगी है, परंतु कोई भी मशीन काम लायक नहीं है. सिर्फ सौंदर्य की वस्तु बनी हुई है.

सामानों के स्कैनर मशीन के पास दो कुर्सी भी लगी है, लेकिन उसे पर चेकिंग करने वाला कोई कर्मी नजर नहीं आया. अन्य गेट पर तो ऐसी कोई भी व्यवस्था नहीं की गई है. सबसे बड़ी बात है कि स्टेशन पर आने जाने के लिए कोई रोकने रोकने वाला नहीं है. दूर-दूर तक कहीं पर भी ना जीआरपी की और ना ही आरपीएफ पुलिस कर्मी  नजर आए. यह प्लेटफार्म नंबर एक का नजारा  है. सोचने वाली बात है कि पटना जंक्शन पर जाने के लिए कुल 7 गेट हैं, जिसमें चार ग्राउंड से जबकी तीन ओवर ब्रिज से गेट बनाए गए हैं. परंतु किसी गेट पर कोई भी पुलिसकर्मी नजर नहीं आए.

यात्रियों ने कहा कि पटना जंक्शन पर कोई भी सामान किसी वक्त कोई भी ला सकता है और ले जा सकता है इसे देखने वाला और पूछने वाला कोई नहीं है. पटना जंक्शन ही नहीं धार्मिक चिह्नित किए गए स्थलों का नजारा भी कुछ ऐसा ही दिखा. पटना का प्रसिद्ध तख्त हर मंदिर साहिब गुरुद्वारा की सुरक्षा व्यवस्था काफी लचर दिखा. मुख्य गेट से लेकर पूरे परिसर में कहीं भी एक भी सुरक्षा कर्मी नहीं दिखे.

बहुत पहले बिहार पुलिस के जरिए मुख्य गेट और दिवान हॉल गेट पर मेटल डिटेक्टर लगाया गया था, लेकिन दोनों मेटल डिटेक्टर सिर्फ लोहे के सामान की तरह है कोई काम का नहीं है, उसमें बिजली प्रवाहित भी नहीं होते हैं. उसके वायर को एक रद्दी कपड़े से वहीं पर बांध दिया गया है. कोई भी श्रद्धालु बैग लेकर आते जाते हैं, लेकिन कोई पूछने वाला  या टोकने वाला नहीं है.

गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष जगजोत सिंह ने बताया कि हमने इसके लिए डीजीपी को भी पत्र लिखा था, लेकिन यहां मात्र एक पुलिसकर्मी दिए गए. वह अभी समय पर नहीं रहते हैं. अभी नया क्या आदेश जारी किया गया है या मुझे जानकारी नहीं है, लेकिन अभी तक तो कोई भी सुरक्षाकर्मी यहां पर तैनात नहीं किए गए हैं. पास में 100 गज की दूरी पर चौक थाना है, लेकिन उसके बावजूद गुरुद्वारा में सुरक्षा का क्या हाल है या देखने लायक है. 

गुरुद्वारा ही नहीं पटना का नामचीन महावीर मंदिर में भी सुरक्षा व्यवस्था खस्ताहाल है .प्रत्येक दिन की तरह यहां पर श्रद्धालु अपने सामानों को लेकर आते-जाते रहे और जो तीन-चार पुलिस कर्मी प्रतिदिन यहां तैनात रहते हैं और वह दिखे. मेटल डिटेक्टर  की स्थिति यहां भी ठीक नहीं है, चेक करने वाला कोई नहीं है. श्रद्धालुओं को आसानी से सामान ले जा रहे है और ला रहे हैं.

महावीर मंदिर में भी सुरक्षा व्यवस्था खस्ताहाल

गुरुद्वारा ही नहीं पटना का नाम चिन महावीर मंदिर में भी सुरक्षा व्यवस्था खस्ताहाल रहा. प्रत्येक दिन की तरह यहां पर श्रद्धालु अपने सामानों को लेकर आते-जाते रहे और जो तीन-चार पुलिस कर्मी प्रतिदिन यहाँ तैनात रहते हैं और वह दिखे .मेटल डिटेक्टर  की स्थिति यहां भी ठीक नहीं है, चेक करने वाला कोई नहीं है. श्रद्धालुओं को आसानी से सामान ले जारहे है और ला रहे हैं. कैमरे के पीछे पुलिस कर्मियों ने बताया कि अधिकारियों से हम लोग को कोई नया आदेश नहीं मिला है, प्रतिदिन की तरह हम लोग काम कर रहे हैं अतिरिक्त पुलिस बल की कोई तैनाती नहीं कई गई है.

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