बिहार में चुनाव से पहले BJP-JDU को बड़ा झटका, 2 दिग्गज नेताओं के साथ सैकड़ों समर्थक कांग्रेस में शामिल

Bihar News: 2025 के बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश में दल-बदल का खेल भी शुरू हो गया है. बिहार में बीजेपी और जेडीयू को बड़ा झटका लगा है. बुधवार (07 मई, 2025) को चंडी से दो बार के पूर्व विधायक और बीजेपी नेता अनिल सिंह (Anil Singh) एवं जनता दल यूनाइटेड के पूर्व प्रदेश महासचिव व राज्य सलाहकार परिषद के सदस्य, पूर्व विधानसभा प्रत्याशी शंभू पटेल (Shambhu Patel) कांग्रेस में शामिल हो गए. प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय (सदाकत आश्रम) में आयोजित मिलन समारोह में बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश कुमार राम की उपस्थिति में इन लोगों ने सैकड़ों समर्थकों के साथ कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया.

कई वर्षों से बीजेपी से जुड़े थे अनिल सिंह

प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय (सदाकत आश्रम) में आयोजित समारोह में पूर्व विधायक अनिल सिंह और जेडीयू के पूर्व महासचिव शंभू पटेल ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम के हाथों अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ कांग्रेस की विधिवत सदस्यता ग्रहण की. सदस्यता ग्रहण करने के बाद राजेश राम ने कहा कि अनिल सिंह एक बार कांग्रेस तो एक बार समता पार्टी से विधायक रह चुके हें. वे पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ. रामराज सिंह के पुत्र हैं. कई वर्षों से वे बीजेपी से जुड़े रहें हैं. 

जानकारी दी गई कि शंभू पटेल जनता दल यूनाइटेड में प्रदेश महासचिव के पद पर रहे हैं. जेडीयू की सलाहकार समिति के सदस्य के साथ विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी भी रह चुके हैं. राजेश राम ने कहा कि इन दोनों नेताओं के आने से पार्टी (कांग्रेस) का जनाधार बढ़ेगा. हमारे दल की नीतियों और शीर्ष नेतृत्व के प्रति अपनी आस्था व्यक्त करते हुए दोनों नेताओं ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है.

अनिल सिंह के साथ सदस्यता ग्रहण करने वालों में प्रमुख रूप से विजय कुमार चौधरी, कामेश्वर प्रसाद सिंह, हरिकांत शर्मा, फौजदारी प्रसाद, लालजीत पासवान, राम किशन आजाद, श्रवण महतो, अजित कुमार पासवान हैं. शंभू पटेल के साथ सदस्यता ग्रहण करने वालों में प्रमुख रूप से चंद्रमा पासवान, सुरेंद्र सिंह, सुभाष सिंह, मोहम्मद हनीफ, मुख्तार शाह, बच्चा पासवान आदि हैं.

क्या बोले अनिल सिंह?

कांग्रेस में शामिल होने पर पूर्व विधायक अनिल सिंह ने कहा कि वर्तमान सरकार पूंजीपतियों की सरकार है. इसमें अमीरों का विकास हो रहा है. मध्यम वर्ग और गरीब तबके के लोग पिस रहे हैं. गरीबों को रोजगार नहीं मिल रहा है. ऐसे में इस दल में रहना कहीं से भी उचित प्रतीत नहीं हो रहा था. यहां आम लोगों से दूरी है और केवल पूंजीपतियों के इशारे पर ही पार्टी और सरकार संचालित हो रही है.

‘जेडीयू में रहकर जनसेवा नहीं किया जा सकता’

वहीं शंभू पटेल ने कहा कि जनता दल यूनाइटेड में रहकर जनसेवा नहीं किया जा सकता है. पार्टी अपने मूल विचारधारा से भटक चुकी है. साथ ही उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के संघर्षों को सलाम करते हुए कहा कि वंचित और शोषित समाज के प्रति उनके दिल में दर्द को मैंने महसूस किया और उनके आह्वान के बाद मैंने कांग्रेस से जुड़कर वंचित समाज के उत्थान के लिए कार्य करने का निर्णय लिया.

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